जननी और जन्म भूमि का गौरव हम जानते हैं पर मातृभाषा के गौरव का क्या ? हम लोग हमारी पुरातन भाषाओं को भूल चुके हैं
Month: August 2017
गुणानुवाद – अषाढ वद चौदस
अंग्रेज लोग भारत छोड के जा रहे थें उस के पूर्व के वर्षों में भारतीय परंपराओं को कमझोर बनाने की उनकी कोशिश गतिमान् थी ।