
सूत्र एवं गेय पद की भाषा कठिन होती है .
सूत्र एवं गेय पद के एक एक अक्षर अर्थ गंभीर होते हैं .
सूत्र एवं गेय पद के अर्थ को सिखना चाहिए .
सूत्र एवं गेय पद के अर्थ को याद रखना चाहिए .अर्थ को सिखना और याद रखना –
उसे अर्थ आचार कहते है .तीन बातें याद रखनी चाहिए .
१ .
सूत्र एवं गेय पद का अर्थ ,
गुरु के द्वारा सिख सकते है .
सूत्र एवं गेय पद का अर्थ ,
शिक्षक के द्वारा सिख सकते है .
सूत्र एवं गेय पद का अर्थ ,
अनुभवी धर्मात्मा के द्वारा सिख सकते है .
२ .
ऐसे अनेक सूत्र , ग्रंथ एवं शास्त्र हैं
जिन्हें हम कंठस्थ नहीं कर पाएंगे .
ऐसे सूत्र , ग्रंथ एवं शास्त्रों के अर्थ
सिखने चाहिए एवं याद रखने चाहिए .
अनेक शास्त्रों के अनुवाद हो चुके हैं .
गुरु के मार्गदर्शन अनुसार –
अनुवाद का पठन करते रहना चाहिए .
३ .
प्राकृत भाषा का व्याकरण एवं शब्दकोश
जितना हो सके उतना सिखना चाहिए .
प्राकृत भाषा सिखने से
सूत्र के अर्थ समझना आसान हो जाता है .
संस्कृत भाषा का व्याकरण एवं शब्दकोश
जितना हो सके उतना सिखना चाहिए .
संस्कृत भाषा सिखने से
सूत्र के अर्थ समझना आसान हो जाता है .
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सूत्र एवं गेय पद के अर्थ को सिखना चाहिए .
सूत्र एवं गेय पद के अर्थ को याद रखना चाहिए .अर्थ को सिखना और याद रखना –
उसे अर्थ आचार कहते है .तीन बातें याद रखनी चाहिए .
१ .
सूत्र एवं गेय पद का अर्थ ,
गुरु के द्वारा सिख सकते है .
सूत्र एवं गेय पद का अर्थ ,
शिक्षक के द्वारा सिख सकते है .
सूत्र एवं गेय पद का अर्थ ,
अनुभवी धर्मात्मा के द्वारा सिख सकते है .
२ .
ऐसे अनेक सूत्र , ग्रंथ एवं शास्त्र हैं
जिन्हें हम कंठस्थ नहीं कर पाएंगे .
ऐसे सूत्र , ग्रंथ एवं शास्त्रों के अर्थ
सिखने चाहिए एवं याद रखने चाहिए .
अनेक शास्त्रों के अनुवाद हो चुके हैं .
गुरु के मार्गदर्शन अनुसार –
अनुवाद का पठन करते रहना चाहिए .
३ .
प्राकृत भाषा का व्याकरण एवं शब्दकोश
जितना हो सके उतना सिखना चाहिए .
प्राकृत भाषा सिखने से
सूत्र के अर्थ समझना आसान हो जाता है .
संस्कृत भाषा का व्याकरण एवं शब्दकोश
जितना हो सके उतना सिखना चाहिए .
संस्कृत भाषा सिखने से
सूत्र के अर्थ समझना आसान हो जाता है .
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स्वाध्याय –
१ . अर्थ आचार किसे कहते हैं ?
२ . अर्थ के विषय में प्रथम बात क्यां है ?
३ .अर्थ के विषय में द्वितीय बात क्यां है ?
४ .अर्थ के विषय में तृतीय बात क्यां है ?
१ . अर्थ आचार किसे कहते हैं ?
२ . अर्थ के विषय में प्रथम बात क्यां है ?
३ .अर्थ के विषय में द्वितीय बात क्यां है ?
४ .अर्थ के विषय में तृतीय बात क्यां है ?
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