जैन सिलेबस : दर्शन आचार . १ : निःशंकित भाव

  दर्शन का अर्थ है देव , गुरु एवं धर्म के प्रति श्रद्धा . श्रद्धा…

जैन सिलेबस : ज्ञान आचार . ७ . अर्थ

सूत्र एवं गेय पद की भाषा कठिन होती है . सूत्र एवं गेय पद के…

जैन सिलेबस : ज्ञान आचार . ८ : तदुभय

हम दिनभर सोचते रहते हैं . हम रात में सपनों में भी सोचते रहते हैं …

जैन सिलेबस : ज्ञान आचार .६ : व्यंजन

प्रत्येक धर्म के अपने अपने मूल ग्रंथ होते हैं . जैन धर्म के मूल ग्रंथ…

जैन सिलेबस : ज्ञान आचार . ५ : अनिह्नव

हम जिस से धर्म का ज्ञान लेते हैं उसे याद रखना यह हमारी फर्ज है .…