पञ्चाचार-प्रकाशः ( Running work )

ज्ञान दर्शन चारित्र तप: वीर्याणि साधनाम् । कुर्वन्ति सार्थिकाम् एते पञ्चाचाराः प्रकीर्तिता: ।। १ ।।…

जैन सिलेबस : वीर्य आचार . ३ : आज्ञा अनुसारिता

धर्म क्रिया एवं धार्मिक कार्यों के लिए उत्साही रहना चाहिए . धार्मिक नीति नियमों की…

जैन सिलेबस : वीर्य आचार . २ : यथा शक्ति

हमे उतना ही धर्म करना चाहिए जितनी हमारे पास शक्ति है , यथा शक्ति .…

जैन सिलेबस : वीर्य आचार : १ . अनिगूहित

ज्ञान आचार , दर्शन आचार , चारित्र आचार एवं तप आचार की प्रवृतिओं में उत्साही…

जैन सिलेबस : तप आचार . १२ : उत्सर्ग

चेष्टाओं को छोड़ देना यह उत्सर्ग है . मन की चेष्टा होती है . उसे…