जैन सिलेबस : दर्शन आचार . १ : निःशंकित भाव
दर्शन का अर्थ है देव , गुरु एवं धर्म के प्रति श्रद्धा . श्रद्धा…
जैन सिलेबस : ज्ञान आचार . ७ . अर्थ
सूत्र एवं गेय पद की भाषा कठिन होती है . सूत्र एवं गेय पद के…
श्रीरामचन्द्र – प्रकाशः ( श्लोक 31 to 35 )
यावती वर्तते शक्तिः यावान् च समयो भवेत् । श्रद्धानं हृदये यावत् तावान् धर्मो निषेव्यताम् ।।३१…