हम सब के लिए एक अकल्पनीय समयखंड चल रहा है . भक्तों के लिए भगवान के द्वार बंध हैं . हमें विश्वास है कि लाखों निराश भक्तों को इस गीत के शब्दों से आशावादी चिंतन प्राप्त होगा . एक दिन आएगा जब हमारे वर्तमान अंतराय टूट जाएंगे . सभी मंदिरों की , सभी संघों की एवं सभी तीर्थोंकी रौनक वापिस लौट आएगी . हमारी सारी धार्मिक इच्छाएं साकार होगी . आप अपने संघ के मूलनायकजी एवं अपने प्रिय तीर्थ के मूलनायकजी को याद करते हुए इस गीत को रोज गाइए और एक सुंदर सपना देखिए . प्रभु कृपा से आपका सपना अवश्य साकार होगा .
आपत्ति के ये दिन भी चले जाएंगे जरूर
एक दिन तेरे मंदिर में हम सब आएंगे जरूर
दरबार में जयकारा तेरा गाएंगे जरूर
एक दिन तेरे मंदिर में हम सब आएंगे जरूर
( प्रभु तेरी शक्ति है अपरंपार )
तुझे देखते ही आंख से आंसू बहाएंगे
दो हाथ से सोना रूपा मोती बिछाएंगे
भक्ति बहोत करेंगे और चामर झुलाएंगे
खुद नाचेंगे और सारे भक्तों को नचाएंगे
विजोग की सारी पीडा मिटाएंगे जरूर
एक दिन तेरे मंदिर में हम सब आएंगे जरूर
मंदिर में भीड़ भक्तों की फिर दिखने लगेगी
तीर्थो में देवलोक सम रौनक भी जगेगी
संघों में तपस्याएं और क्रियाएं बढेगी
घर घर के द्वार रोशनी की माला चढेगी
तेरी शक्ति से संकट को हम हराएंगे जरूर
एक दिन तेरे मंदिर में हम सब आएंगे जरूर
गाँव गाँव से विहार साधू साध्वी करेंगे
व्याख्यान सुनके हम भी अपने दोष हरेंगे
सब संघ को गुरूमुख से धर्म लाभ मिलेगा
जहां आज वेराना है वहां फूल खिलेगा
हमको हमारी गलती वो समझायेंगे जरूर
एक दिन तेरे मंदिर में हम सब आएंगे जरूर
तेरे ही चमत्कार ने हमें जिंदा बचाया
हमने कुछ अच्छा करने का संकल्प रचाया
हम को मिले जनमो जनम तेरा ही प्रभु साथ
रक्षा हमारी करना प्रभु छोडना मत हाथ
ज्योति तेरी देवर्धि की फैलाएंगे जरूर
एक दिन तेरे मंदिर में हम सब आएंगे जरूर
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