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રાત દિવસ ઉપકારો તારા યાદ બહુ આવે

रात दिवस उपकारो तारा याद बहु आवे
राते चमकता लाख सितारा याद बहु आवे
मारी नानकडी दुनियामां पगलां तें मांड्या छे
तारी ए करुणानी धारा याद बहु आवे
तें तो माफ करीने मारो सहज स्वीकार कर्यो छे
पण मुजने अपराधो मारा याद बहु आवे
तारी यादमां खूब रड्यो छुं त्यारे तुं मळ्यो छे
को’क दिवस ए आंसु खारा याद बहु आवे

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